जय श्री कृष्ण
जब मेरे पिताजी का 25 मई 2020 के देहांत हुआ। तब मैं बहुत ही अधिक डिप्रेशन में चले गई थी साथ ही हर बात पर गुस्सा होना खाना पीना नहीं खाना , घर कैसे चलाएंगे हर तरह की परेशानी, बहुत सी बातें दिमाग में घूमते रहती थी और नकारात्मक विचार आते थे। पर जब दिसंबर में गीता जयंती पर जुड़ी और उसके बाद गीता के पठन को प्रारंभ किए, कुछ महीने तो फर्क नहीं पड़ा पर धीरे-धीरे गुस्सा कम हो गया घर परिवार की चिंता कम हो गई, सब कृष्ण के ऊपर छोड़ दिए जो होगा देखा जाएगा, वैसे हम बचपन से ही गीता के भावार्थ को समझकर उसे ही अपने जीवन में मानते थे।
इसलिए गीता परिवार का जितना भी धन्यवाद करें बहुत कम है।
जय श्री कृष्ण
आपका अभिनन्दन एवं शुभकामनायें… जय श्री कृष्ण