इस आपदा काल मे हमने बहुत कुछ सीखा पर सबसे अच्छी चीज़ सीखी वो था गीता पाठ का शुद्ध उच्चारण जो हमने गीता परिवार प्रणीत के विद्वानो के मार्गदर्शन में सीखा बहुत आनंद की अनुभूति हुई।
कुछ नया सीखा इस सीखने के दौरान घर परिवार के वातावरण में भी सभी ने आध्यात्म की बहने वाली रसधारा के माधुर्य का अनुभव किया
आप लोगो ने जिस धैर्य व अपने पन से मेहनत की और उसी परिश्रम का ये सुखद परिणाम आप सभी के आशीर्वाद की वजह से प्राप्त हुआ है
में अपने आपको धन्य मानती हूं कि न मालूम किस पुण्य के प्रतिफल में आज मुझे आपलोगो के सानिध्य में सस्वर गीताजी का पाठ सीखने का अवसर प्राप्त हुआ
भविष्य में भी मौका मिले और हमेशा इसी तरह का वातावरण देने की व मेरा चित्त लगाने की योगेश्वर कृपा करे यही विनती बारम्बार है
? सो.राखी योगेश जी अजमेरा
इंदौर